अंतर- संस्थानीय परियोजनाएं

परियोजना शीर्षक

उपग्रह सुदूर संवेदन के ज़रिए टूना आवास का पत्ता लगाना
उद्देश्य

टूना के स्थानिक एवं कालिक समूह को समझना, टूना चारा, शरीर विज्ञान, भोजन आचरण, पर्यावरण गुणों एवं पकड़ के बीच के संबंध पर प्रकाश डालना है ।

अध्ययन क्षेत्र

भारतीय अनन्य आर्थिक क्षेत्र

साझेदार
  • अन्तरिक्ष अनुप्रयोग केन्द्र, अहमदाबाद
  • भारतीय मात्स्यिकी सर्वेक्षण (भा. मा. स.), मुम्बई
अवधि 01 अप्रैल 2008 से 31 मार्च 2012 तक कुल परियोजना बजट 71.96 लाख
भा. मा. स. के लिए आबंटन 33.8 लाख
परियोजना शीर्षक लक्षद्वीप समुद्र में महासागरीय टूना मात्स्यिकी पर एक उपयोगी श्रृंखला
उद्देश्य
  • लक्षदीप  समुद्र में प्रभावी मत्स्यन प्रणाली एवं नीतियों को विकसित करना, स्टॉक एवं पारिस्थितिक तंत्र की स्थिति एवं स्वास्थ्य का निर्धारण द्वारा महासागरीय टूना एवं संबंधित संसाधनों के उत्पादन बढ़ाना एवं बनाए रखना

  • स्वच्छ एवं सुधारित हैडंलिग, प्रसंस्करण, उच्च मूल्य उत्पादनों का पैकेजिंग पर प्रौद्योगिकी विकसित करना, देशी एवं समुद्र-पार बाज़ार पर बाज़ार जानकारी/ज्ञान विकसित करना

  • स्टेकहोल्डरों को नए मत्स्यन एवं प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी एवं बाज़ार नीति का स्थानांतरण एवं उनकी दक्षता एवं सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति का सशक्तीकरण करना

  • उपभोक्ताओं को समुद्री खाद्य सुरक्षा एवं स्वास्थ्य आश्वासन सुनिश्चित करना
सहायक संघ लीडर

निदेशक, केन्द्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सी एम एफ आर आई), कोच्चि

सहायक संघ साझेदार
  • केन्द्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान (सी आई एफ टी), कोच्चि
  • भारतीय मात्स्यिकी सर्वेक्षण (भा. मा. स.) मुम्बई
  • लक्षद्वीप मात्स्यिकी विभाग
सह-साझेदार
  • सार्वजनिकः समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण, कोच्चि
  • निजीः श्री विनायक, मैंगलूरः एल जी समुद्री खाद्य, पल्लुरुथी, कोच्चि
अवधि 18 मार्च 2008 को - 4वर्ष के लिए मंजूर। कुल परियोजना बजट 638.54 लाख
भा.मा.स. को आबंटन 52.85 लाख
परियोजना शीर्षक

अरब सागर में महासागरीय स्क्विड के लिए उपयोग नीतिः एक उपयोगी श्रृंखला प्रयास

उद्देश्य
  • मध्य अरब सागर में महासागरीय स्क्विड हेतु नूतन व्यावसायिक जिग्गिंग मात्स्यिकी स्थापित करना तथा शोषण के लिए प्रजातियों की समुत्थान शक्ति निर्धारित करना। पर्यावरण- अंकितक मात्स्यिकी के रुप में महासागरीय स्क्विड जिग्गिंग के संपोषकत्व प्रमाणीकरण प्रारंभ करना।

  • जलयान पर महासागरीय स्क्विडों का प्रसंस्करण एवं संरक्षण के लिए प्रोटोकोल विकसित करना तथा महासागरीय स्क्विडों के ओरगनेलिप्टिक विशेषता बढ़ाना ।

  • स्क्विड सुरिमि एवं बॉल जैसे महासागरीय स्क्विड से मूल्य वर्धित उत्पादनों को विकसित करना एवं स्क्विड प्रसंस्करण वर्जय पदार्थों के सफल प्रयोग से फिश मील एवं चिटोसन जैसे उप उत्पादन विकसित करना

  • व्यावसयिक दूरस्थ जल स्क्विड जिग्गिंग प्रचालनों की तकनीकी आर्थिक संभाव्यता का निर्धारण करना । शेड्यूल बैंक द्वारा पुनः वित्तीय व्यवस्था से उधार को बढ़ावा देने के लिए  नाबार्ड के लिए उचित दूरस्थ जल स्क्विड जिग्गिंग पर बैंक हेतु योजना/परियोजना मॉडल को सूत्रबद्ध करना

  • वैश्विक महासागरीय स्क्विड बाज़ार एवं उत्पादनों पर बाज़ार आसूचना विकसित करना
  • निजी साझेदारी द्वारा निर्यात एवं देशी बाज़ारी चैनलो को विकसित करना
सहायता संघ लीडर

निदेशक, केन्द्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सी.एम.एफ.आर.आई), कोच्चि

सहायता संघ साझेदा
  • भारतीय मात्स्यिकी सर्वेक्षण (भा. मा. स.), मुम्बई
  • राष्ट्रीय मात्स्यिकी पोस्ट हारवेस्ट प्रौद्योगिकी एवं प्रशिक्षण संस्थान (निफफट्ट), कोच्चि

  • केन्द्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान (सी आई एफ टी), कोच्चि
अवधि 3वर्ष एवं चार माह के लिए 10 फरवरी 2009 को संस्वीकृत कुल परियोजना बजट 541.296 लाख
भा. मा. स. को आबंटन 48.61 लाख